दारोगा साहब बोले- सबसे इमानदार पुलिस है…पैसा लेती है तो पक्का काम करती है, हुए सस्पेंड
लखनऊ। उत्तर प्रदेश (Uttar Pradesh) के उन्नाव (Unnao) जिले के एक दारोगा (Sub Inspector) साहब का वीडियो सोशल मीडिया में छाया हुआ है. जिसमें वो कह रहे हैं कि ‘पुलिस पैसा लेती है तो काम भी करके दिखाती है’ और कोई विभाग में जाओ पैसा ले लेंगे काम नहीं होगा. हालांकि, खाकी पर रिश्वत की कालिक पोतने वाले दारोगा साहब को सस्पेंड कर दिया गया है. पुलिस विभाग की सोशन मीडिया में फजीहत के बाद ऐसा फैसला लिया गया.
मामला बीघापुर थानाक्षेत्र का है. यहां तैनात सब इंस्पेक्टर (दारोगा) उमेश त्रिपाठी को एक स्थानीय स्कूल में आयोजित पुलिस-पाठशाला में पहुंचे थे. इस दौरान दरोगा उमेश त्रिपाठी को भी अनुभव शेयर करने का मौका मिला. मंच पर आते ही दारोगा साहब मुंह फट हो पड़े.
पैसा लेते हैं तो काम भी करके दिखाते हैं
दारोगा ने कहा कि ‘पुलिस पैसा लेती है तो काम भी करके दिखाती है’ और कोई विभाग में जाओ पैसा ले लेंगे, काम नहीं होगा. पुलिस से अच्छा कोई विभाग ही नहीं बना है. मास्टर साहब लोगों को देखो, घर में रहकर पढ़ाते हैं. 6 महीना घर में रहकर छुट्टियां भी काटते है. कहीं कोरोना आ गया तो साल भर स्कूल नहीं जाएंगे.’वहीं, इस पुलिस पाठशाला में मौजूद अन्य पुलिसकर्मी इन बातों पर बहुत हंसे.
करीब 20 दिन पुराना है वीडियो
वीडियो 20 दिन पुराना बताया जा रहा है. दरअसल, 29 नवंबर को बीघापुर क्षेत्र के एक स्कूल में पुलिस पाठशाला का आयोजन किया गया था. इसमें पुलिसकर्मियों ने मंच से अपने अनुभव शेयर किए थे. दारोगा उमेश त्रिपाठी के इस बयान का वीडियो पर सोशल मीडिया पर खूब चर्चा में है. वहीं, उन्नाव के एएसपी शशि शेखर सिंह ने बताया कि मामले की जांच सीओ बीघापुर को सौंप दी गई है और सब इंस्पेक्टर को सस्पेंड कर दिया गया है.
लखनऊ में भी आया था रिश्वतखोर दारोगा का एक मामला
बता दें, रिश्वत खोर के आरोप उत्तर प्रदेश पुलिस पर लगते ही रहते हैं. अभी 6 माह पहले ही यूपी की राजधानी लखनऊ में पुलिस पर 50 हजार रुपए रिश्वत मांगने का आरोप लगा था. बताया गया था कि मड़ियांव कोतवाली के दारोगा साहब ने रिश्वत न देने पर मकान निर्माण का काम भी रुकवा दिया. पीड़ित युवक ने पुलिस कमिश्नर से शिकायत की. उसने प्रार्थना पत्र में बताया कि रुपए न देने पर दरोगा उल्टा उसी पर केस दर्ज करने की धमकी दे रहा है.